Wednesday, August 29, 2007

हर चित्त में बसेरा - कृष्ण भजन

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
ॐ ---- श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाईयाँ ---- ॐ


हर चित्त में बसेरा कर डाला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,

गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२

कारागार में जन्म लियो है ,
सृष्टि पर उपकार कियो है ,
तूने खोल दिया हर एक ताला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२

ग्वाल - बाल संग यमुना किनारे ,
खेलन गयो मोरे कृष्ण मुरारे ,
तूने कालिया मर्दन कर डाला रे गोपाला ,

तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२


ज़हर का प्याला राणा जी ने भेजा ,
पिया ज़हर मीरा ने ना सोचा ,
तूने विष को अमृत कर डाला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२

गोकुल पर जब विपदा पडी थी ,
सबकी निगाहें तुम पे गडी थी ,
तूने गोवर्धन ही उठा डाला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२


“शुभ” को अपना दास बना लो ,
अन्तः करण में वास बना लो ,
तुझे अर्पण करूँ भाव माला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला ,
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -२

रचित द्वारा : अभिषेक मैत्रेय "शुभ"
९९९०३४८६६४