Wednesday, September 5, 2007

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व [४ सितंबर २००७]

ॐ : श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व : ॐ

ब्रह्म ज्ञानी संत के , शरण पडे जो धाय ।
आधि - व्याधि आवे नही , प्रभु प्रेम हो जाये । ।

मोदीनगर आश्रम पर श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बहुत धूम धाम से मनाया गया । आश्रम की सजावट लाइटो और फूलों से की गयी थी । पूज्य श्री की व्यास पीठ की परिक्रमा और बड़ दादा की परिक्रमा हेतु सुन्दर व्यवस्था की गयी थी । व्यास पीठ पर भगवान लड्डू गोपाल की प्रतिमा मनो ये आभास करा रही थी की कन्हैया साक्षात गुरुदेव के साथ व्यास पीठ पर विराजमान है । एक ओर साधक परिवार के बाल गोप - गोपिकाओ द्वारा झांकी और एक ओर कन्हैया लाल का झूला और साथ में भजन "आओ सभी मिल आओ रे , चलो ललना झुला ले .... " ।

कार्यक्रम का आरम्भ 8.00 बजे साँय गुरू वंदना और श्री कृष्ण मधुराष्ट्कम द्वारा किया गया ।
आनंद के वातावरण में भक्तो के भजन संकीर्तन से मानो वृद्धि हो गयी थी । मध्य रात्री को लगभग 12.30 पर भगवान बाल मुकुंदा की आरती , पूज्य गुरुदेव की आरती के साथ कार्यक्रम का विश्राम हुआ । समिति द्वारा पंचमेवा वितरण और चरणामृत का वितरण किया गया । सभी भक्त राधे राधे के जयघोष के साथ अपने अपने निवास की ओर गए ।

नारायण नारायण